ए.सी. (AC) जोसेफ़सन प्रभाव में, पतली विद्युत प्रतिरोधी पर्त से पृथक्कृत तथा वैद्युत विभवांतर ΔV पर रखे गए दो परमचालकों से होकर एक अतिचालकता धारा (supercurrent) बहती है। परिणामी अतिचालकता धारा (supercurrent) की कोणीय आवृत्ति है।

  1. \(\frac{{{\rm{2e\Delta V}}}}{{\rm{h}}}\)
  2. \(\frac{{{\rm{e\Delta V}}}}{{\rm{h}}}\)
  3. \(\frac{{{\rm{e\Delta V}}}}{{{\rm{\pi h}}}}\)
  4. \(\frac{{{\rm{e\Delta V}}}}{{{\rm{2\pi h}}}}\)

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : \(\frac{{{\rm{2e\Delta V}}}}{{\rm{h}}}\)

Detailed Solution

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संप्रत्यय:

जोसेफसन संधि: एक बहुत पतली इन्सुलेटर पट्टी द्वारा पृथक दो अतिचालक एक जोसेफसन संधि बनाते हैं।

ए.सी. जोसेफसन प्रभाव: जब संधि के दो किनारों के बीच एक विभवांतर V लगाया जाता है, तो सुरंगीकरण धारा का दोलन कोणीय आवृत्ति ω = \(\frac{2eV}{h} \) के साथ होगा। इसे ए.सी. जोसेफसन प्रभाव कहा जाता है।

व्याख्या:

F2 Technical Mrunal 24.02.2023 D11

पतली इन्सुलेट परत के माध्यम से धारा घनत्व है

\(J = J_0 \sin \left[ \delta(0) -\frac{2e\Delta v}{h}t \right] = J_0\sin \left[ \delta(0) - ω t \right] \)

अतिचालक धारा की कोणीय आवृत्ति है

\(ω = \frac{2e\Delta v}{h} \)

इसलिए सही उत्तर विकल्प 1 है।

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