Question
Download Solution PDFविश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (WSDS) 2025 के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा/से कथन सही है/हैं?
कथन 1: WSDS 2025 का विषय "सतत विकास और जलवायु समाधानों में तेजी लाने के लिए साझेदारी" है।
कथन 2: यह शिखर सम्मेलन पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से NGO प्रथम द्वारा आयोजित किया गया है।
कथन 3: इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सतत विकास और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों को संबोधित करना और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना है।
Answer (Detailed Solution Below)
Option 1 : केवल कथन 1 और 3 सही हैं।
Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है कथन 1 और कथन 3 सही हैं; कथन 2 गलत है।
- कथन 1 सही है क्योंकि WSDS 2025 का विषय वास्तव में "सतत विकास और जलवायु समाधानों में तेजी लाने के लिए साझेदारी" है।
- कथन 2 गलत है क्योंकि यह शिखर सम्मेलन एनजीओ प्रथम द्वारा नहीं, बल्कि ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) द्वारा आयोजित किया गया है।
- कथन 3 सही है क्योंकि इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य सतत विकास और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों को संबोधित करना और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना है, जैसा कि इस आयोजन के दौरान चर्चा और निर्धारित लक्ष्यों में उजागर किया गया है।
In News
- केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने नई दिल्ली में विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन (WSDS) 2025 का उद्घाटन किया।
Key Points
- विषय: WSDS 2025 के विषय में वैश्विक स्तर पर सतत विकास और जलवायु समाधानों में प्रगति में तेजी लाने के लिए साझेदारी के महत्व पर जोर दिया गया।
- आयोजन एजेंसी: यह शिखर सम्मेलन TERI द्वारा आयोजित किया गया था, जो ऊर्जा, संसाधन और जलवायु मुद्दों पर केंद्रित एक प्रमुख संगठन है, न कि एनजीओ प्रथम द्वारा।
- शिखर सम्मेलन का उद्देश्य: इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों, जैसे राष्ट्रों, निगमों और नागरिक समाज के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर जलवायु परिवर्तन और सतत विकास से संबंधित महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का समाधान करना है।
Additional Information
- भारत की भूमिका: भारत ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) और आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) जैसी पहलों के साथ जलवायु कार्रवाई में अपने नेतृत्व का प्रदर्शन किया, जिससे देश की सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
- वैश्विक भागीदारी: इस शिखर सम्मेलन में ब्रिगेडियर मार्क फिलिप (गयाना के प्रधान मंत्री) और मरीना सिल्वा (ब्राजील के पर्यावरण मंत्री) जैसे वैश्विक नेताओं ने जलवायु चुनौतियों से निपटने पर चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।
- भविष्य के लक्ष्य: भारत ने 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है, जो 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने के अपने दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में है, जिसे शिखर सम्मेलन की चर्चाओं के दौरान रेखांकित किया गया था।