Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित में से कौन ब्रेज़िंग की सीमा नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFसही विकल्प 4 है।
व्याख्या: -
ब्रेज़िंग -
- यह एक ठोस तरल अवस्था वेल्डिंग प्रक्रिया है जिसमें केशिका क्रिया के माध्यम से बहने वाली भरक सामग्री का उपयोग करके दो धातुएं जुड़ती हैं।
- इसमें प्रयुक्त भरक सामग्री कॉपर और जिंक मिश्र धातु है।
- भरक सामग्री का गलनांक मूल सामग्री के गलनांक से कम होता है।
- ब्रेज़िंग तापमान 420°C से अधिक है।
लाभ-
- पतली शीट/पुर्ज़े जिन्हें वेल्डिंग द्वारा नहीं जोड़ा जा सकता है, उन्हें आसानी से ब्रेज़िंग से जोड़ा जा सकता है।
- इस विधि से संक्षारण प्रतिरोध संधियों को प्राप्त किया जा सकता है।
- यह स्वच्छ संधि का उत्पादन करता है, जिसमे बहुत कम या कोई परिष्करण की आवश्यकता नहीं होती है।
- यह संचालन के कम तापमान के कारण सामग्री की धातुकर्म विशेषताओं को नहीं बदलता है।
नुकसान-
- भरक सामग्री के कम गलनांक के कारण उच्च तापमान पर ब्रेज़िंग उपयुक्त नहीं है।
- ब्रेज़्ड जोड़ का रंग मूल/आधार सामग्री से भिन्न होता है।
- वेल्डेड जोड़ों की तुलना में ब्रेज़्ड जोड़ कमजोर होते हैं।
- भरक सामग्री की केशिका क्रिया सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त होने वाली धातुएं करीब होनी चाहिए।
Last updated on May 12, 2025
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