अलंकार MCQ Quiz - Objective Question with Answer for अलंकार - Download Free PDF

Last updated on Jun 24, 2025

Latest अलंकार MCQ Objective Questions

अलंकार Question 1:

निम्नलिखित काव्य पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?

मैया मैं तो चंद्र-खिलौना लैहों।

  1. रूपक अलंकार
  2. अनुप्रास अलंकार 
  3. उपमा अलंकार
  4. उत्प्रेक्षा अलंकार
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : रूपक अलंकार

अलंकार Question 1 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 1 रूपक अलंकारहै। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।

Key Points

  • ‘मैया मैं तो चंद्र-खिलौना लैहों।’ इस काव्य पंक्तियों में रूपक अलंकार है क्योंकि यहां 'चन्द्र-खिलौना' में चंद्रमा पर खिलौने का आरोप किया गया है।
  • जहाँ गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय में ही उपमान का अभेद आरोप कर दिया हो, वहाँ रूपक अलंकार होता है।

 

अन्य विकल्प

अलंकार

परिभाषा

अनुप्रास

जहां एक ही वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हो, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है।

जैसे - चारु चंद्र की चंचल किरणें,

खेल रही थी जल थल में।

उपमा

जहां एक वस्तु या प्राणी की तुलना किसी दूससरी वस्तु या प्राणी से की जाए, वहाँ उपमा अलंकार होता है।

जैसे - सागर-सा गंभीर हृदय हो,

गिरि-सा ऊंचा हो जिसका मन।

उत्प्रेक्षा

उपमान के न होने पर उपमेय को ही उपमान मान लिया जाए वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।

जैसे - सोहत ओढ़े पीत पट, स्याम सलौने गात।

मनहु नीलमणि सैल  पर, आवत परयो प्रभात।

 

Additional Information

अलंकार

काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं।

 

अलंकार Question 2:

“तट तमाल तरूवर बहू छाए।“ में कौन सा अलंकार है?

  1. यमक
  2. श्लेष
  3. रूपक
  4. अनुप्रास
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अनुप्रास

अलंकार Question 2 Detailed Solution

‘तट तमाल तरूवर बहू छाए।‘ में अनुप्रास अलंकार है। अतः इसका सही उत्तर विकल्प 4 अनुप्रास अलंकार होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

स्पष्टीकरण:

प्रस्तुत पंक्तियों ‘तट तमाल तरूवर बहू छाए’ में ‘त’ वर्ण की आवृत्ती हो रही है और यह अनुप्रास अलंकार में होता है। इसलिए यहाँ अनुप्रास अलंकार होगा।

अनुप्रास

जहां एक ही वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हो वह अनुप्रास अलंकार होता है।

चारु चंद्र की चंचल किरणे,

खेल रही थी जल थल में

 

अन्य विकल्प:

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

यमक

जहां एक शब्द एक से अधिक बार आए और उसका अर्थ भिन्न हो, वहाँ यमक अलंकार होता है।

काली घटा का घमंड घटा।

श्लेष

जहां पर किसी एक शब्द का अनेक अर्थों में प्रयोग हो, वहाँ श्लेष अलंकार होता है।

मधुवान की छाती को देखो,

सुखी कितनी इसकी कलियाँ।

रूपक

जहां उपमेय और उपमान में कोई अंतर नहीं होता है वहाँ पर रूपक अलंकार होता है।

चरण-कमल बंदौ हरि राई!

अलंकार Question 3:

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें, जो दिए गए पद्य के उचित अलंकार रूप का सबसे अच्छा विकल्प है।

तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती हैं। 

  1. अनुप्रास अलंकार 
  2. यमक अलंकार 
  3. अन्योक्ति अलंकार 
  4. श्लेष अलंकार 
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : यमक अलंकार 

अलंकार Question 3 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 'यमक अलंकार' होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं। 

Key Points

  • 'तीन बेर खाती थी वे तीन बेर खाती है।' पंक्तियों में यमक अलंकार है।
  • यहां पर 'तीन बेर' का प्रथम अर्थ 'तीन समय' और दूसरा अर्थ 'तीन बेर' (फल) से है।
  • यमक अलंकार में एक शब्द का दो या दो से अधिक बार प्रयोग होता है।
  • प्रत्येक प्रयोग में अर्थ की भिन्नता होती है।

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

अनुप्रास अलंकार 

जहां एक ही वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हो, वहाँ अनुप्रास अलंकार होता है।

चारु चंद्र की चंचल किरणें,

खेल रही थी जल थल में

 

अन्योक्ति अलंकार 

यहाँ पर अप्रस्तुत के वर्णन द्वारा प्रस्तुत का बोध कराया गया है अतः यहाँ अन्योक्ति अलंकार है। 

नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास एहि काल।

अली कली ही सो बिंध्यौ, आगे कौन हवाल।

श्लेष अलंकार 

जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जाता है पर उसके एक से अधिक अर्थ निकलते हैं तब श्लेष अलंकार होता है।

रहिमन पानी राखिये,बिन पानी सब सून।

पानी गये न ऊबरै, मोती मानुष चून।

अलंकार Question 4:

तब तो बहता समय शिला-सा जग जायेगा। इस पंक्ति में किस अलंकार का प्रयोग हुआ है?

  1. श्लेष
  2. रुपक
  3. उपमा
  4. यमक
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : उपमा

अलंकार Question 4 Detailed Solution

'तब तो बहता समय शिला-सा जग जायेगा' में 'उपमा अलंकार है अत: सही उत्तर विकल्प 3 'उपमा अलंकार' होगा

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  • उपमा अलंकार - जब किसी व्यक्ति या वस्तु की तुलना किसी दूसरे यक्ति या वस्तु से की जाए वहाँ पर उपमा अलंकार होता है। 

​अन्य विकल्प

  • श्लेष अलंकार - जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जाता है पर उसके एक से अधिक अर्थ निकलते हैं तब श्लेष अलंकार होता है। श्लेष अलंकार के दो भेद होते हैं: सभंग श्लेष; अभंग श्लेष
  • यमक अलंकार - जब एक शब्द प्रयोग दो बार होता है और दोनों बार उसके अर्थ अलग-अलग होते हैं तब यमक अलंकार होता है।
  • रूपक अलंकार - जहां रूप और गुण की अत्यधिक समानता के कारण उपमेय में उपमान का आरोप कर अभेद स्थापित किया जाए वहां रूपक अलंकार होता है।​

Additional Information

अलंकार - काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं।

अलंकार Question 5:

निम्न में से भ्रांतिमान अलंकार का उदाहरण कौन-सा है?

  1. ये हैं सरस ओस की बूँदे या हैं मंजूुल मोती
  2. एक रम्य उपवन था नन्दनवन सा सुन्दर
  3. वह दीपशिखा-सी शान्त भाव में लीन
  4. ओस बिन्दु चुग रही हंसिनी मोती उनको जान
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : ओस बिन्दु चुग रही हंसिनी मोती उनको जान

अलंकार Question 5 Detailed Solution

'ओस बिन्दु चुग रही हंसिनी मोती उनको जान' में 'भ्रांतिमान अलंकर' है. अत: सही उत्तर विकल्प 4 ओस बिन्दु चुग रही हंसिनी मोती उनको जान होगा. अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं. 

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  • भ्रांतिमान अलंकार-  जब एक जैसे दिखाई देने के कारण एक वस्तु को दूसरी वस्तु मान लिया जाता है या समानता के कारण किसी दूसरी वस्तु का भ्रम होता है तब इसे भ्रांतिमान अलंकार कहते हैं.

​अन्य विकल्प 

  • ये हैं सरस ओस की बूँदे या हैं मंजूुल मोती - संदेह अलंकार
  • एक रम्य उपवन था नन्दनवन सा सुन्दर - उपमा  अलंकार 
  • वह दीपशिखा-सी शान्त भाव में लीन - उपमा  अलंकार 

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अलंकार - काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं।

Top अलंकार MCQ Objective Questions

“रघुपति राघव राजा राम।” में कौन सा अलंकार है?

  1. श्लेष
  2. अनुप्रास
  3. रूपक
  4. उपमा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अनुप्रास

अलंकार Question 6 Detailed Solution

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अनुप्रास अलंकर, यहाँ सही विकल्प है, अन्य विकल्प असंगत है।

यहाँ रघुपति राघव राजा राम में वर्ण की आवृति हुई है, अत: यह 2 अनुप्रास अलंकर है।

  • जब  वाक्य में एक ही वर्ण का बार-बार प्रयोग किया जाता है तो उसे अनुप्रास अलंकर कहते है। जैसे- सेवक सचिव सुमंत्र बुलाए

अन्य अलंकार:-

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

श्लेष

जहाँ एक शब्द अनेक अर्थों में प्रयुक्त हो

पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुस, चून।

रूपक

उपमेय और उपमान को अभेद रूप में बताना।

अम्बर-पनघट, रात-दिन, चन्द्र खिलौना

उपमा

किसी से किसी की तुलना।

राम का चाँद सा मुखड़ा।

“यह जीवन क्या है, निर्झर है।” इस वाक्य में प्रयुक्त अलंकार पहचानिए।

  1. उत्प्रेक्षा अलंकार
  2. अतिशयोक्ति अलंकार
  3. व्यतिरेक अलंकार
  4. रूपक अलंकार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : रूपक अलंकार

अलंकार Question 7 Detailed Solution

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रूपक अलंकार, यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है। अत: सही विकल्प 4 'रूपक अलंकार' है।

इस उदाहरण में जीवन को निर्झर के समान न बताकर जीवन को ही निर्झर कहा गया है। अतएव, यहाँ रूपक अलंकार हुआ। जब उपमेय पर उपमान का निषेध-रहित आरोप करते हैं, तब रूपक अलंकार होता है।

अन्य विशेष

अलंकार

परिभाषा

उदहारण

उत्प्रेक्षा

जहाँ उपमेय में उपमान की संभावना का वर्णन हो, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।

फूले कास सकल महि छाई।

जनु बरसा रितु प्रकट बुढ़ाई।।

अतिश्योक्ति

जहाँ किसी का वर्णन इतना बढ़ा-चढ़ाकर किया जाय कि सीमा या मर्यादा का उल्लंघन हो जाय, वहाँ 'अतिशयोक्ति अलंकार' होता है।

बाँधा था विधु को किसने, इन काली जंजीरों से,

मणिवाले फणियों का मुख, क्यों भरा हुआ हीरों से।

व्यतिरेक

 जहाँ कारण बताते हुए उपमेय की श्रेष्ठता उपमान से बताई जाए वहाँ व्यतिरेक अलंकार होता है।

स्वर्ग कि तुलना उचित ही है यहाँ,

किन्तु सुर सरिता कहाँ सरयू कहाँ।

अलंकार के मुख्य भेद कितने होते है?

  1. दस
  2. पाँच
  3. तीन
  4. छ:

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : तीन

अलंकार Question 8 Detailed Solution

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अलंकार मुख्यतः तीन प्रकार के होते है-शब्दालंकार, अर्थालंकार, उभयालंकार। अत: 3 तीन सही विकल्प है।

अलंकार-

  • जो किसी वस्तु को अलंकृत करे वह अलंकार कहलाता है।
  • दूसरे अर्थ में- काव्य अथवा भाषा को शोभा बनाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते है।

अलंकार

परिभाषा

उदहारण

शब्दालंकार

जहाँ अलंकार शब्द पर आश्रित हों अर्थात शब्द के बदल देने पर अलंकारत्व नष्ट हो जाता हो।

अनुप्रास, यमक अलंकार इत्यादि।

अर्थालंकार

जहाँ अलंकार अर्थ पर आश्रित हों। अर्थालंकार में शब्द बदल देने पर भी अलंकारत्व नष्ट नहीं होता।

उपमा, रूप, उत्प्रेक्षा अलंकार इत्यादि।

उभयालंकार

जो अलंकार शब्द और अर्थ दोनों पर आश्रित रहकर दोनों को चमत्कृत करते है, वे 'उभयालंकार' कहलाते है।

 संसृष्टि, संकर अलंकार।

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस सही विकल्प का चयन करें जो दिए गए पद्य के उचित अलंकार रूप का सबसे अच्छा विकल्प है|

रघुपति राघव राजा राम

  1. अनुप्रास अलंकार
  2. यमक अलंका
  3. रूपक अलंकार
  4. उमपा अलंकार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अनुप्रास अलंकार

अलंकार Question 9 Detailed Solution

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रघुपति राघव राजा राम में अनुप्रास अलंकार है, अत: विकल्प 1 अनुप्रास अलंकार सही है |

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अनुप्रास अलंकार - जब किसी काव्य को सुंदर बनाने के लिए किसी वर्ण की बार-बार आवृति होती है। जैसे - चारु चन्द्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में।

 

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अलंकार
· काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं।
1. अनुप्रास अलंकार - जब किसी काव्य को सुंदर बनाने के लिए किसी वर्ण की बार-बार आवृति होती है। जैसे - चारु चन्द्र की चंचल किरणें खेल रही थी जल थल में।
2. यमक अलंकार - जहाँ एक ही शब्द जितनी बार आए उतने ही अलग-अलग अर्थ दे। जैसे - काली ‘घटा’ का घमंड ‘घटा’।
3. श्लेष अलंकार - जब एक ही शब्द के विभिन्न अर्थ निकलते हों। जैसे – ‘रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून ‘पानी’ गए न ऊबरे मोती मानस चून’ यहाँ ‘पानी’ मोती के सन्दर्भ में ‘चमक’, मनुष्य के सन्दर्भ में ‘विनम्रता’ तथा ‘चून (आटा)’ के सन्दर्भ में ‘जल अर्थात पानी’ है।

काली घटा का घमंड घटा। इसमें किस अलंकार का प्रयोग हुआ है?

  1. यमक अलंकार
  2. उपमा अलंकार
  3. श्लेष अलंकार
  4. अनुप्रास अलंकार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : यमक अलंकार

अलंकार Question 10 Detailed Solution

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उपर्युक्त पंक्ति मेंयमक अलंकार है। अतः इसका सही उत्तर विकल्प 1 यमक अलंकार है। अन्य विकल्प सही नहीं हैं।

  • काली घटा का घमंड घटा। अर्थात कवि कहना चाहता है की काली घटा अथवा बदली का घमंड घट गया है घट गया अर्थात कम हो गया।
    • हम जानते हैं की यहाँ घटा का अर्थ: ऊपर पर छाने वाली घटा, दूसरा अर्थात घटना , कम होना।

Key Points

स्पष्टीकरण:

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

यमक

जहां एक शब्द एक से अधिक बार आए और उसका अर्थ भिन्न हो, वहाँ यमक अलंकार होता है।

काली घटा का घमंड घटा।

Additional Information

अन्य विकल्प:

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

उपमा

जहां एक वस्तु या प्राणी की तुलना किसी दूससरी वस्तु या प्राणी से की जाए, वहाँ उपमा अलंकार होता है।

सागर-सा गंभीर हृदय हो,

गिरि-सा ऊंचा हो जिसका मन

श्लेष

जहां पर किसी एक शब्द का अनेक अर्थों में प्रयोग हो, वहाँ श्लेष अलंकार होता है।

मधुवान की छाती को देखो,

सुखी कितनी इसकी कलियाँ।

अनुप्रास

जहां एक ही वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हो वह अनुप्रास अलंकार होता है।

चारु चंद्र की चंचल किरणे,

खेल रही थी जल थल में

उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी-सी उदित हुई। में अलंकार है।

  1. उपमा अलंकार 
  2. मानवीकरण अलंकार
  3. अतिशयोक्ति अलंकार
  4. विशेषोक्ति अलंकार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मानवीकरण अलंकार

अलंकार Question 11 Detailed Solution

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उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 2 मानवीकरण अलंकार इसका सही उत्तर है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।

  • ‘उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी-सी उदित हुई।’ पंक्ति में मानवीकरण अलंकार है।
  •  दिए गए उदाहरण में उषा यानी भोर को सुनहरे तीर बरसाती हुई नायिका के रूप में दिखाया जा रहा है। यहाँ भी निर्जीवों में मानवीय भावनाओं का होना दिख रहा है। हम जानते हैं की नायिका एक मनुष्य होती हैं ना की एक निर्जीव अतः यह संभव नहीं है। हम यह भी जानते हैं की जब सजीव भावनाओं का वर्णन चीज़ों में किया जाता है तब यह मानवीकरण अलंकार होता है।


अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

उपमा 

जब काव्य में किसी वस्तु या व्यक्ति की तुलना किसी अत्यंत प्रसिद्ध वस्तु या व्यक्ति से की जाती है तो

उसे उपमा अलंकार कहते हैं।

पीपर पात सरिस मन डोला।

अतिशयोक्ति

जहाँ किसी व्यक्ति, वस्तु आदि को गुण, रूप सौंदर्य आदि का वर्णन इतना बढ़ा-चढ़ाकर किया जाए कि जिस पर विश्वास करना कठिन हो, वहाँ अतिशयोक्ति अलंकार होता है।

एक दिन राम पतंग उड़ाई। देवलोक में पहुँची जाई।।

विशेषोक्ति

जहाँ कारण के रहने पर भी कार्य नहीं होता है वहाँ विशेषोक्ति अलंकार होता है।

पानी बिच मीन पियासी।

मोहि सुनि सुनि आवै हासी।।

अलंकार के कितने भेद होते है ?

  1. दो
  2. तीन
  3. चार
  4. पाँच

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : तीन

अलंकार Question 12 Detailed Solution

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अलंकार के 'तीन’ भेद हैं। ​Key Pointsअलंकार 

  • काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं। 
  • अलंकार के तीन भेद हैं -
    • शब्दालंकार
    • अर्थालंकार
    • उभयालंकार 

शब्दालंकार - 

  • जहाँ शब्दों के प्रयोग से सौंदर्य में वृद्धि होती है और काव्य में चमत्कार आ जाता है, वहाँ शब्दालंकार होता है।
  • शब्दालंकार के भेद -
    • 1. अनुप्रास अलंकार
    • 2. श्लेष अलंकार
    • 3. यमक अलंकार
    • 4. वक्रोक्ति अलंकार

अर्थालंकार - 

  • जिस वाक्य पंक्ति में अर्थ के कारण चमत्कार या सुंदरता उत्पन्न हो, उसे अर्थालंकार कहते हैं।
  • अर्थालंकार के भेद -
    • 1. उपमा
    • 2.रूपक
    • 3. उत्प्रेक्षा 
    • 4. विभावना

उभयालंकार - 

  • जहाँ काव्य में शब्द और अर्थ दोनों का चमत्कार एक साथ उत्पन्न होता है वहाँ उभयालंकार होता है।

'बिनु पद चलै सुनै बिनु काना' – पंक्ति में कौन सा अलंकार है ? 

  1. विभावना
  2. विशेषोक्ति
  3. विरोधाभास
  4. अतिशयोक्ति

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : विभावना

अलंकार Question 13 Detailed Solution

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उपर्युक्त पद्य में विभावना अलंकार है। जब कोई कार्य किसी कारण के न होते हुए भी हो रहा हो तो वहां विभावना अलंकार होता है।

  • "बिनु पद चलइ, सुनइ बिनु काना। कर बिनु करम, करइ बिधि नाना॥" का अर्थ है कि वह ईश्वर बिना पैरों के चलता है, बिना कान के सुनता है, हाथ न होते हुए भी विभिन्न तरह के कार्य करता है अर्थात यहाँ बिना किसी कारण के ही कार्य हो रहा है। इसीलिए सही उत्तर - 1 'विभावना अलंकार' है।

Key Points

  • विषेशोक्ति अलंकार - जहाँ कारण के होते हुए भी कार्य नहीं होता वहां विषेशोक्ति अलंकार होता है।
  • अन्योक्ति अलंकार - जहाँ किसी दूसरे के माध्यम से किसी को बात कही जाती है वहां अन्योक्ति अलंकार होता है।
  • अतिशयोक्ति अलंकार - जब किसी वस्तु या व्यक्ति के बारे में बात को बढ़ा - चढ़ाकर कहा जाए वहां अतिशयोक्ति अलंकार होता है।

निम्नलिखित में कौन-सा शब्दालंकार है?

  1. उपमा
  2. रुपक
  3. उत्प्रेक्षा
  4. यमक

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : यमक

अलंकार Question 14 Detailed Solution

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उपरोक्त विकल्पों में से 'यमक अलंकर' शब्दालंकार है. अत: सही उत्तर विकल्प 4 'यमक अलंकार' होगा. अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं. 

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  • यमक अलंकार - जब कविता में एक ही शब्द दो या दो से अधिक बार आए और उसका अर्थ हर बार भिन्न हो वहाँ यमक अलंकार होता है। जैसे - 
  • काली घटा का घमण्ड घटा।  यहाँ 'घटा' शब्द की आवृत्ति भिन्न-भिन्न अर्थ में हुई है। पहले 'घटा' शब्द 'वर्षाकाल' में उड़ने वाली 'मेघमाला' के अर्थ में प्रयुक्त हुआ है और दूसरी बार 'घटा' का अर्थ है 'कम हुआ'। अतः यहाँ यमक अलंकार है।

    • यमक अलंकार शब्दालंकार है क्योंकि इसमें शब्दों में चमत्कार उत्पन्न होता है. 

​शब्दालंकार और अर्थालंकार में भेद - 

  • जिस अलंकार में शब्दों के प्रयोग के कारण कोई चमत्कार उपस्थित हो जाता है और उन शब्दों के स्थान पर समानार्थी दूसरे शब्दों के रख देने से वह चमत्कार समाप्त हो जाता है, वह शब्दालंकार माना जाता है। 
  • जिस अलंकार में अर्थ प्रयोग के कारण कोई चमत्कार उपस्थित हो जाता है, वह अर्थालंकार माना जाता है।

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अलंकार - काव्य अथवा भाषा की शोभा बढ़ाने वाले मनोरंजक ढंग को अलंकार कहते हैं।

"मेघमय आसमान से उतर रही है वह संध्या-सुंदरी परी सी धीरे धीरे'।

दी गई पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?

  1. उपमा अंलकार
  2. मानवीकरण अलंकार
  3. विभावना अलंकार
  4. उत्प्रेक्षा अलंकार

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : मानवीकरण अलंकार

अलंकार Question 15 Detailed Solution

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सही उत्तर "मानवीकरण अलंकार" है।

Key Pointsमानवीकरण अलंकार-

  • जहाँ अचेतन वस्तु का चेतन अथवा जीवित (प्राणी) के समान वर्णन किया जाये अर्थात जब प्रकृति के पदार्थो पर मानवीय क्रियाकलापों का आरोप कर दिया अथवा प्रकृति की वस्तुओं को मनुष्य की तरह कार्य करते हुए प्रकट किया जाये, वहां मानवीकरण अलंकार होता है।

Important Pointsअन्य विकल्प - 

अलंकार

परिभाषा

उदाहरण

उपमा अंलकार

जब किसी व्यक्ति या वस्तु की तुलना किसी दूसरे यक्ति या वस्तु से की जाए वहाँ पर उपमा अलंकार होता है। 

कर कमल-सा कोमल।

विभावना अलंकार

जहाँ पर कारण के न होते हुए भी कार्य का हुआ जाना पाया जाए वहाँ पर विभावना अलंकार होता है। अर्थात हेतु क्रिया (कारण) का निषेध होने पर भी फल की उत्पत्ति विभावनालंकार है।

बिनु पग चलै सुनै बिनु काना। कर बिनु कर्म करै विधि नाना। आनन रहित सकल रस भोगी। बिनु वाणी वक्ता बड़ जोगी।

उत्प्रेक्षा अलंकार

जहाँ उपमेय में उपमान होने की संभावना या कल्पना की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। इसके लक्षण है- जनु, मनु, इव, मानो, मनो, मनहुँ, आदि। पहचान – मनो, मानो, मनु, मनुह, जानो, इव, जनु, जानहु, ज्यों आदि शब्द अगर किसी अलंकार में आते है तो वह उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।

ले चला मैं तुझे कनक, ज्यों भिक्षुक लेकर स्वर्ण झनक।

Additional Information

अलंकार की​ परिभाषा

अलंकार का शाब्दिक अर्थ होता है- 'आभूषण', जिस प्रकार स्त्री की शोभा आभूषण से उसी प्रकार काव्य की शोभा अलंकार से होती है अर्थात जो किसी वस्तु को अलंकृत करे वह अलंकार कहलाता है।

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