शिक्षण अधिगम सामग्री MCQ Quiz - Objective Question with Answer for शिक्षण अधिगम सामग्री - Download Free PDF

Last updated on May 13, 2025

Latest शिक्षण अधिगम सामग्री MCQ Objective Questions

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 1:

चित्रों को आवश्यकतानुसार बोर्ड पर चिपकाकर कक्षा-कक्ष में प्रदर्शित किया जाता है - इस बोर्ड को कहते हैं -

  1. नोटिस बोर्ड
  2. श्याम पट्ट
  3. हरित पट्ट
  4. फ्लालेन बोर्ड

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : फ्लालेन बोर्ड

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 1 Detailed Solution

कक्षा में शिक्षा को और अधिक प्रभावी और इंटरएक्टिव बनाने के लिए कई प्रकार के बोर्ड का उपयोग किया जाता है। इनमें से कुछ बोर्ड विद्यार्थियों को चित्रों, चित्रफलक, और अन्य शैक्षिक सामग्री को प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। यह विद्यार्थियों की समझ और सृजनात्मकता को बढ़ावा देने में मदद करता है।Key Points

  • यह प्रश्न फ्लालेन बोर्ड से संबंधित है, जिसका उपयोग चित्रों और विभिन्न शैक्षिक सामग्रियों को कक्षा में चिपकाने और प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।
  • फ्लालेन बोर्ड एक विशेष प्रकार का बोर्ड होता है जिस पर फेल्ट या अन्य चिपचिपे पदार्थ से चित्र या शब्द चिपकाए जा सकते हैं।
  • इसका उपयोग कक्षा के शिक्षण में विद्यार्थियों को दृश्य सामग्री के माध्यम से शिक्षा देने के लिए किया जाता है।

Hint

  • नोटिस बोर्ड पर आमतौर पर सूचनाएं या स्कूल की घोषणाएं चिपकाई जाती हैं, जो किसी विशिष्ट उद्देश्य के लिए होती हैं।
  • श्याम पट्ट या ब्लैकबोर्ड वह बोर्ड होता है जिस पर शिक्षक चाक से लिखते हैं, यह पढ़ाने का पारंपरिक तरीका है।
  • हरित पट्ट या ग्रीन बोर्ड भी श्याम पट्ट के समान होता है, लेकिन यह हरे रंग का होता है और इस पर चाक से लिखा जाता है।

इसलिए, फ्लालेन बोर्ड वह बोर्ड है जिसका उपयोग चित्रों को चिपकाकर कक्षा में प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 2:

बहुभाषिक कक्षा की आवश्यकताओं को सम्बोधित करने में सर्वाधिक सहायक है

  1. विविध स्वरूपी लिखित परीक्षाएँ
  2. एक से अधिक बार भाषायी आकलन
  3. एक से अधिक पाठ्य-पुस्तक
  4. विविध स्वरूपी पाठ्य-सामग्री

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : विविध स्वरूपी पाठ्य-सामग्री

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 2 Detailed Solution

बहुभाषिक कक्षा का अर्थ उस कक्षा से है जहाँ अलग अलग भाषाओं वाले बच्चे एक साथ सामान शिक्षा ग्रहण करते हैं। बहुभाषिक कक्षा में शिक्षण प्रक्रिया के दौरान शिक्षक सदैव विद्यार्थियों को उनकी मातृभाषा में बोलने के अवसर प्रदान करते हैं।

विविध स्वरूपी पाठ्य-सामग्री का अर्थ इस प्रकार की पाठ्य सामग्री से है, जिसमें विविध प्रकार की भाषा अथवा भाषा की विभिन्न प्रकार की बोलीयों का सममावेश हो।

Important Points

विविध स्वरूपी पाठ्य-सामग्री के प्रयोग के माध्यम से बहुभाषिक कक्षा:

  • बच्चों की गृहभाषा के प्रयोग को सम्मान देती है।
  • बच्चों को मातृभाषा में कहने सुनने की आजादी देती है।
  • बच्चों को विभिन्न भाषाओं एवं संस्कृतियों से अवगत कराती है।
  • बच्चों के संज्ञानात्मक तथा शैक्षिक विकास को गति प्रदान करती है।
  • बच्चों को विभिन्न संवादात्मक परिस्थितियों का सामना करने योग्य बनाती है।
  • बच्चों को कक्ष के वातावरण से जोड़ कर उनमें भाषाई कौशल को विस्तार देती है।

अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि बहुभाषिक कक्षा की आवश्यकताओं को सम्बोधित करने में सर्वाधिक सहायक विविध स्वरूपी पाठ्य-सामग्री हैं।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 3:

शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रयोग का क्या उद्देश्य है?

  1. कक्षा में अनुशासनहीनता को कम करना
  2. शिक्षार्थियों का कक्षा में ध्यान आकर्षित करना
  3. शिक्षार्थियों को अधिगम कार्य में संलग्र करना
  4. शिक्षार्थियों के अधिगम प्रतिफलों के प्रति आशान्वित होना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : शिक्षार्थियों के अधिगम प्रतिफलों के प्रति आशान्वित होना

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 3 Detailed Solution

शिक्षण सहायक सामग्री वे उपकरण या सामग्री हैं जिनका उपयोग शिक्षक शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए करते हैं। इनमें दृश्य सहायक सामग्री, ऑडियो सामग्री, वास्तविकता, डिजिटल संसाधन या व्यावहारिक सामग्री शामिल हो सकती है जो पाठ के उद्देश्यों का समर्थन करती है और अमूर्त अवधारणाओं को अधिक मूर्त बनाती है। Key Points

  • शिक्षण सहायक सामग्री का उपयोग मुख्य रूप से शिक्षार्थियों के अधिगम प्रतिफल को अनुकूलित करने के उद्देश्य से किया जाता है।
  • पाठों को अधिक संवादात्मक, मूर्त और आकर्षक बनाकर, शिक्षण सहायक सामग्री छात्रों को जटिल विचारों को अधिक आसानी से समझने, जानकारी को लंबे समय तक याद रखने और सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल रहने में मदद करती है।
  • अच्छी तरह से चुनी गई सहायक सामग्री विभिन्न शिक्षण शैलियों - दृश्य, श्रवण और गतिज - की जरूरतों को पूरा करती है और इस प्रकार गहन समझ और बेहतर शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ावा देती है।
  • वे सिद्धांत और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटते हैं, सीखने के अनुभव को समृद्ध करते हैं और शैक्षिक प्रभाव को अधिकतम करते हैं।

Hint

  • कक्षा में अनुशासनहीनता को कम करना एक अतिरिक्त लाभ हो सकता है, लेकिन यह प्राथमिक लक्ष्य नहीं है।
  • ध्यान आकर्षित करना शिक्षण सहायक सामग्री का एक कार्य है, लेकिन सीखने के परिणामों पर ध्यान दिए बिना यह सतही ही रह जाता है।
  • शिक्षार्थियों को शामिल करना एक साधन मात्र है, लेकिन अंतिम लक्ष्य उनकी समझ और उपलब्धि में सुधार करना है।

अतः सही उत्तर शिक्षार्थियों के अधिगम प्रतिफल को अनुकूलित करना है।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 4:

भाषा शिक्षण के लिए प्रतिदिन काम में आने वाली सामग्री का प्रयोग करना क्या कहलाता है ?

  1. शिक्षण सामग्री
  2. पाठ्य सामग्री
  3. वास्तविक वस्तुएँ (रीयलिया)
  4. भाषा खेल

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : वास्तविक वस्तुएँ (रीयलिया)

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 4 Detailed Solution

वास्तविक वस्तुएँ (रीयलिया)​ का तात्पर्य कक्षा में उपयोग की जाने वाली रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी वस्तुओं से है।

Key Points

  • भाषा कक्षा में रियलिया का उपयोग करने का अर्थ है वास्तविक वस्तुओं को शिक्षण सहायक सामग्री के रूप में लाना। इसमें सिक्का, अखबार, नक्शा, टिकट, फल, सब्जियां आदि शामिल हैं।
  • रियलिया सीखने की प्रक्रिया को सार्थक और उत्पादक तरीके से सुविधाजनक बनाता है और कक्षा को वास्तविक दुनिया में लाकर सीखने को और अधिक रोचक बनाता है।
  • यह शिक्षार्थियों को वास्तविक जीवन में देखी गई वस्तुओं के साथ शब्दों को जोड़ने में मदद करता है और सटीक और यथार्थवादी शिक्षण-अधिगम सामग्री का उपयोग सुनिश्चित करता है।

Hint

  • शिक्षण सामग्री: एक संसाधन या उपकरण जिसका उपयोग शिक्षण प्रक्रिया को समर्थन और बढ़ाने के लिए किया जाता है, जैसे दृश्य सहायता या इंटरैक्टिव उपकरण।
  • पाठ्य सामग्री: लिखित सामग्री, जैसे किताबें, लेख, या अनुच्छेद, निर्देश और अध्ययन के लिए उपयोग की जाती हैं।
  • भाषा खेल: इसमें आकर्षक और मनोरंजक तरीके से भाषा कौशल का अभ्यास और सुदृढ़ करने के लिए डिज़ाइन की गई परस्पर संवादात्मक गतिविधियाँ शामिल हैं।

​इसलिए, हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि भाषा सिखाने के लिए रोजमर्रा की वस्तुओं का उपयोग करना 'वास्तविक वस्तुएँ (रीयलिया)' कहलाता है।

नोट: बोर्ड ने विकल्प 1 और 3 दोनों को सही उत्तर माना है।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 5:

कौन-सा उपकरण समक्रमिक और अतुल्यकालिक ऑनलाइन शिक्षण अवसरों की उपलब्धता देता है ?

  1. टेलीविज़न
  2. पैडलेट
  3. पाठ्यपुस्तकें
  4. रेलयात्रा टिकट

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : पैडलेट

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 5 Detailed Solution

शिक्षण उपकरण एक उपकरण, संसाधन या रणनीति है जिसका उपयोग शिक्षकों द्वारा शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने और बढ़ाने के लिए किया जाता है। ये उपकरण जानकारी प्रस्तुत करने, छात्रों को संलग्न करने और समझ का आकलन करने में मदद करते हैं।

Key Points

  • पैडलेट एक ऑनलाइन उपकरण है जो समक्रमिक और अतुल्यकालिक ऑनलाइन शिक्षणअवसरों की उपलब्धता देता है।
  • इसका उपयोग डिजिटल बोर्ड बनाने के लिए किया जा सकता है जहां शिक्षक और छात्र पाठ, चित्र, वीडियो और अन्य संसाधन पोस्ट कर सकते हैं, जिससे वास्तविक समय में चर्चा और सहयोगात्मक शिक्षा की सुविधा मिल सके।

Hint

  • टेलीविजन आम तौर पर एकतरफा संचार प्रदान करता है और इसे परस्पर संवादात्मक या अतुल्यकालिक ऑनलाइन शिक्षण के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है।
  • पाठ्यपुस्तक एक पारंपरिक शैक्षिक संसाधन है और ऑनलाइन शिक्षण अवसरों का समर्थन नहीं करती है, चाहे वह समक्रमिक हो या अतुल्यकालिक
  • रेलयात्रा टिकट शैक्षिक उपकरणों से असंबंधित है और ऑनलाइन शिक्षण में इसका कोई कार्य नहीं है।

अतः, सही उत्तर पैडलेट है।

Top शिक्षण अधिगम सामग्री MCQ Objective Questions

शिक्षण-प्रक्रिया को रुचिकर बनाने में _______ शिक्षण-सामग्री सहायक होती है।

  1. ऑडियो – वीडियो
  2. वैविध्यपूर्ण
  3. वीडियोपरक
  4. पत्र-पत्रिकाएँ

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : वैविध्यपूर्ण

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 6 Detailed Solution

Download Solution PDF

शिक्षण सामग्री पाठ को सरल, सुगम और आकर्षक ढंग से प्रस्तुत करने में सहायक होती है।

  • सभी वैविध्यपूर्ण शिक्षण सामग्रियां मुख्य रूप से तीन प्रकारों अर्थात श्रव्य, दृश्य और श्रव्य-दृश्य सहायक सामग्रियों में शामिल होती हैं।
  • ये सभी सामग्रियां विभिन्न जटिल सम्प्रत्ययों के शिक्षण को आसान बना देती है। शिक्षण प्रक्रिया को रुचिकर बनाने में वैविध्यपूर्ण शिक्षण सामग्री सहायक होती है।

Important Points

विस्तृत जानकारी के लिए चित्र देखें।

F2 S.D 2.7.20 Pallavi D1     

अतः, यह कहा जा सकता है कि  शिक्षण-प्रक्रिया को रुचिकर बनाने में वैविध्यपूर्ण शिक्षण-सामग्री सहायक होती है।                                               

बच्चों के लिए अतिरिक्त पठन सामग्री क्‍यों विकसित की जाती है ?

  1. भाषा-ज्ञान बढ़ाने एवं साहित्यकारों में रुचि जगाने के लिए।
  2. भाषा-ज्ञान बढ़ाने और सामान्य ज्ञान में रुचि जगाने के लिए।
  3. पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृद्धि के लिए।
  4. पढ़ने में रुचि जगाने एवं सामान्य ज्ञान में वृद्धि के लिए।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृद्धि के लिए।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 7 Detailed Solution

Download Solution PDF

सामान्यतः बच्चों में पठन के प्रति रूचि का तात्पर्य उनकी पढ़ने की पसन्द तथा पढ़ने में लगन से होता है। जिस वस्तु में बच्चों की रुचि होती है, उसमें उनका ध्यान स्वाभाविक रूप से केन्द्रित हो जाता हैं। यह मानसिक अनुभवों से सम्बन्ध रखने वाला एक प्रेरक है।

Important Points

  • बच्चों में पठन के प्रति रूचि जागृत करने के लिए पाठ्य-पुस्तक के अतिरिक्त पूरक सामग्री का विकास किया जा सकता है। 
  • पूरक सामग्री पाठ्यक्रम का एक संकुचित रूप होती है जिसका मुख्य उद्देश्य द्रुतगति से पठन की योग्यता का विकास करना होता है।
  • सहज एवं बोधगम्य पूरक सामग्री से बच्चो को अधिगम में सरलता होती है। 
  • पूरक सामग्री सामान्य पाठ्य पुस्तक की सामग्री से अधिक नवीन तथा रुचिकर होती है।
  • समूहकार्य को एक पूरन तकनीक के रूप में प्रयोग कर सकते है।

अतः उपर्युक्य पंक्तियों से स्पष्ठ है कि बच्चों के लिए अतिरिक्त पठन सामग्री पढ़ने में रुचि जगाने एवं भाषा-ज्ञान में वृद्धि के लिए विकसित की जाती है।

दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग तब उपयोगी होता है जब बच्चे –

  1. उसे बहुत सरलता से समझ सके
  2. उस पर अपनी बौद्धिक प्रतिक्रिया दे सके
  3. उसकी भाषा का अनुकरण कर सकें

  4. उसके बनने की प्रक्रिया को बता सके

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : उसे बहुत सरलता से समझ सके

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 8 Detailed Solution

Download Solution PDF

शिक्षकों द्वारा शिक्षण सामग्री का उपयोग शिक्षार्थियों को आसानी और दक्षता के साथ अवधारणा सीखने में मदद करने के लिए किया जाता है।

दृश्य-श्रव्य सामग्री से तात्पर्य ऐसी सामग्री से है जो पाठ को ध्वनि और चित्रों दोनों रूप में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर बच्चों के आंख और कान दोनों ज्ञानेंद्रियों को सक्रिय कर के सीखने को सार्थक बनाती है तथा विषय बहुत सरलता से समझने में मदद करती है। उदाहरण: लेज़र प्रोजेक्टर, वीडियो, मल्टीमीडिया, आदि।
इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग तब उपयोगी होता है जब बच्चे उसे बहुत सरलता से समझ सके वरना वह सामग्री बच्चे के लिए वस्तु मात्र रह जाएगी जिसकी कोई उपयोगिता नहीं होंगी। 

श्रव्य-दृश्य सामग्री के प्रयोग से लाभ:- 

  • बच्चों के आंख और कान दोनों ज्ञानेंद्रियों को सक्रिय कर सीखने को सार्थक बनाता है।
  • पाठ को ध्वनि और चित्रों दोनों रूप में प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करता है।
  • चलचित्र, दूरदर्शन, ड्रामा, लेज़र प्रोजेक्टर, टीवी, वीडियो,आदि का शिक्षा में प्रयोग करता है।

अतः, यह कहा जा सकता है कि दृश्य-श्रव्य सामग्री का प्रयोग तब उपयोगी होता है जब बच्चे उसे बहुत सरलता से समझ सके।

निम्नलिखित में से आप किसे भाषा की कक्षा हेतु प्रामाणिक सामग्री के रूप में स्वीकार करते हैं?

  1. पाठ्य पुस्तक
  2. कार्य पुस्तिका
  3. समाचार-पत्र
  4. पाठ्य-पुस्तक के लेखक द्वारा विशेष रूप से लिखी गई कविता

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : समाचार-पत्र

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 9 Detailed Solution

Download Solution PDF

प्रामाणिक सामग्री वे पठन ग्रंथ हैं जो देशी वक्ताओं द्वारा लिखे गए थे और समाचार पत्रों या पत्रिकाओं के संदर्भों में विशेष रूप से देशी-वक्ताओं के लिए डिज़ाइन किए गए थे, जिसमें गैर-देशी पहुंच के लिए कोई विचार नहीं दिया गया था। प्रमाणिक सामग्री में स्थानिय लेखको द्वारा अपने चारों ओर की भौगोलिक, सामाजिक स्थिति को दर्शाया जाता है जैसे-

  • विद्यालय में पढ़ने वाले बालक पर, बीसवीं शताब्दी के कवि द्वारा लिखी गई कविता।
  • समकालीन लेखक द्वारा लिखी गई लघुकथा
  • समाचार-पत्र
  • एक समाचार-पत्र से लिया गया कार्टून (व्यंग्य चित्र)

Key Points
प्रामाणिक सामग्री का उपयोग करने के लाभ:

  • प्रामाणिक सामग्री शिक्षण के लिए अधिक रचनात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
  • प्रामाणिक सामग्री का शिक्षार्थी की प्रेरणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • प्रामाणिक सामग्री प्राकृतिक भाषा और प्रामाणिक सांस्कृतिक जानकारी के संपर्क में आती है।
  • पत्रिकाओं से तैयार की गई प्रामाणिक सामग्री हमेशा अप-टू-डेट होती है और लगातार अपडेट की जाती है।
  • प्रामाणिक सामग्री शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं से अधिक निकटता से संबंधित होती है और उन्हें सीखने के लिए प्रासंगिक सामग्री का स्रोत प्रदान करती है।

इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि समाचार-पत्र को भाषा की कक्षा हेतु प्रामाणिक सामग्री के रूप में स्वीकार करते हैं।

Confusion Points

  • आधिकारिक परीक्षा में इसका सही विकल्प 1 व 2 दिया है, जबकि हमारे विश्लेषण के अनुसार विकल्प 3 सही होना चाहिए।

दो भाषा बोलने वाले बच्चे न केवल अन्य भाषाओं पर अच्छा नियंत्रण रखते हैं, बल्कि शैक्षिक स्तर पर वे -

  1. अधिक अंक प्राप्त करते हैं।
  2. अधिक रचनात्मक होते हैं।
  3. अधिक बुद्धिमान होते हैं।
  4. अधिक परिश्रमी होते हैं।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : अधिक रचनात्मक होते हैं।

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 10 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा मुख से उच्चारित होने वाली वह ध्वनि है जिसका प्रयोग मनुष्य अपने मन के विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए करता है। यह बच्चों में दक्षता के साथ सहज अभिव्यक्ति के विकास को सुनिश्चित करता है।

किसी बच्चे के दो भाषा बोलने अथार्त द्विभाषिक होने से तात्पर्य है वह दो भाषाओं की जानकारी रखता हो। उसे यह भाषाए विरासत में अथवा ग्रहण करके मिली हुई होती है।बच्चे के द्विभाषिक होने के निम्न फायदे है-

  • द्विभाषिकता बच्चों में संज्ञानात्मक विकास, सामाजिक सहिष्णुता और विस्तृत चिंतन को विस्तार देती है।
  • ये बच्चे भाषिक खजाने पर नियंत्रण के साथ विविध सामाजिक परिस्थितियों को कुशलतापूर्वक संभाल लेते हैं।
  • द्विभाषीय बच्चे ना केवल दो भाषाओं पर अच्छा नियंत्रण रखते हैं, बल्कि शैक्षिक स्तर पर भी अधिक रचनात्मक होते हैं।

अतः हम कह सकते है कि दो भाषा बोलने वाले बच्चे न केवल अन्य भाषाओं पर अच्छा नियंत्रण रखते हैं, बल्कि शैक्षिक स्तर पर वे अधिक रचनात्मक होते हैं।

उच्च प्राथमिक स्तर की पाठ्यसामग्री में अनुवाद सामग्री रखने का उद्देश्य है –

  1. बहुत-सी सामग्री से परिचय कराना
  2. प्रचुर हिंदी साहित्य का न होना
  3. अन्य भाषाओं के साहित्य को हिंदी में पढ़ने के अवसर देना
  4. पूरे देश को पढ़ने के अवसर देना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अन्य भाषाओं के साहित्य को हिंदी में पढ़ने के अवसर देना

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 11 Detailed Solution

Download Solution PDF

शिक्षण सामग्री: शिक्षकों द्वारा शिक्षण सामग्री का उपयोग शिक्षार्थियों को आसानी और दक्षता के साथ अवधारणा सीखने में मदद करने के लिए किया जाता है। शिक्षण सामग्री की विशेषता निम्न है:

  • सामग्री को बच्चों के लिए आकर्षक होना चाहिए। आकार, रंग (बहु-रंग या शानदार या आकर्षक रंग संयोजन), गतिविधि (जैसे चलती खिलौने) और कुछ मामलों में गंध, स्वाद या ध्वनि सामग्री की कुछ विशेषताएं हैं जो युवा शिक्षार्थियों का ध्यान आकर्षित करती हैं।
  • सामग्री की परिचितता नई अवधारणाओं को पेश करने में मदद करेगी। बच्चे नई अवधारणाओं के सार्थक सीखने के लिए आसानी से इन सामग्रियों को चला सकते हैं।
  • सामग्री की नवीनता बच्चों को भी आकर्षित करती है। असामान्य सामग्री या परिचित सामग्रियों नवीन उपयोग अच्छी सामग्री की आकर्षक विशेषताएं हैं।
  • सामग्री में उपयोगितावादी मूल्य होना चाहिए। कोई भी सामग्री एक अच्छा या बुरी सामग्री नहीं होती, यह उचित उपयोग में है जो सामग्री को अच्छा या बुरा बनाता है। जैसे उच्च प्राथमिक स्तर की पाठ्यसामग्री में अनुवाद सामग्री रखने का उद्देश्य है अन्य भाषाओं के साहित्य को हिंदी में पढ़ने के अवसर देना

अतः, यह कहा जा सकता है कि उच्च प्राथमिक स्तर की पाठ्यसामग्री में अनुवाद सामग्री रखने का उद्देश्य है अन्य भाषाओं के साहित्य को हिंदी में पढ़ने के अवसर देना है।

किसी बड़ी वस्तु के छोटे नमूने को कहते हैं

  1. प्रतिमूर्ति 
  2. चित्र
  3. वास्तविक पदार्थ 
  4. ग्रामोफोन

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : प्रतिमूर्ति 

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 12 Detailed Solution

Download Solution PDF

शिक्षण को सरल व दिलचस्प बनाने के लिए शिक्षक कई तरह की सामग्री का प्रयोग करता है  जिनमे से कुछ निम्न है-

  • प्रतिमूर्ति- किसी बड़ी वस्तु के छोटे नमूने को 'प्रतिमूर्ति' कहते हैं। इसका प्रयोग किसी बड़े नमूने को छोटा करके उसे समझाया जाता है।
  • चित्र -  शिक्षक चित्र दिखाकर किसी संकल्पना को बेहतर तरीके से समझा सकता है।
  • ग्रामोफ़ोन - यह एक ध्वनि उत्पन्न करने वाला यंत्र है जिसका प्रयोग कर शिक्षक विद्यार्थियो की श्रव्य कौशल को विकसित कर सकता है।
  • वास्तविक पदार्थ- इसका प्रयोग करके शिक्षक विद्यार्थियो को यह बता सकता है की कोई वस्तु वास्तविकता में किस तरह दिखाई देती है। 

अतः किसी बड़ी वस्तु के छोटे नमूने को 'प्रतिमूर्ति' कहते हैं। 

बच्चों द्वारा ________ को पढ़ने के प्रामाणिक स्रोत के रूप में देखा जाता है।

  1. पत्र
  2. पाठ्य-पुस्तकों
  3. साहित्य
  4. श्रुतलेख

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : साहित्य

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 13 Detailed Solution

Download Solution PDF

प्रामाणिक सामग्री वे पठन ग्रंथ हैं जो देशी वक्ताओं द्वारा लिखे गए थे और समाचार पत्रों या पत्रिकाओं के संदर्भों में विशेष रूप से देशी-वक्ताओं के लिए डिज़ाइन किए गए थे, जिसमें गैर-देशी पहुंच के लिए कोई विचार नहीं दिया गया था। प्रमाणिक सामग्री में स्थानिय लेखको द्वारा अपने चारों ओर की भौगोलिक, सामाजिक स्थिति को दर्शाया जाता है जैसे-

  • विद्यालय में पढ़ने वाले बालक पर, बीसवीं शताब्दी के कवि द्वारा लिखी गई कविता।
  • समकालीन लेखक द्वारा लिखी गई लघुकथा, साहित्य
  • एक समाचार-पत्र से लिया गया कार्टून (व्यंग्य चित्र)

Key Points 

प्रामाणिक सामग्री का उपयोग करने के लाभ:

  • प्रामाणिक सामग्री शिक्षण के लिए अधिक रचनात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
  • प्रामाणिक सामग्री का शिक्षार्थी की प्रेरणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • प्रामाणिक सामग्री प्राकृतिक भाषा और प्रामाणिक सांस्कृतिक जानकारी के संपर्क में आती है।
  • पत्रिकाओं से तैयार की गई प्रामाणिक सामग्री हमेशा अप-टू-डेट होती है और लगातार अपडेट की जाती है।
  • प्रामाणिक सामग्री शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं से अधिक निकटता से संबंधित होती है और उन्हें सीखने के लिए प्रासंगिक सामग्री का स्रोत प्रदान करती है।

इसलिए, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि बच्चों द्वारा साहित्य को पढ़ने के प्रामाणिक स्रोत के रूप में देखा जाता है।

Confusion Points

आधिकारिक उत्तर कुंजी विकल्प 2 को सही विकल्प मानती है लेकिन अवधारणा के अनुसार विकल्प 3 सही होना चाहिए।

कक्षा तीन की हिंदी भाषा की पाठ्य-पुस्तक में दिया गया अभ्यास 'औजारों का नाम खोजकर लिखना' उदाहरण है -

  1. बच्चों को सर्वज्ञ बनाने का 
  2. अन्य व्यवसायों से परिचित कराने का
  3. सम्पूर्ण पाठ्यचर्या में भाषा का
  4. विषयों कि शब्दावली में अनिवार्य परिचय का

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : सम्पूर्ण पाठ्यचर्या में भाषा का

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 14 Detailed Solution

Download Solution PDF

भाषा मुख से उच्चारित होने वाली वह ध्वनि है जिसका प्रयोग मनुष्य अपने मन के विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए करता है। भाषा एक औजार है जिसका उपयोग मनुष्य  जिंदगी से जुड़ने के लिए तथा जिंदगी के अनुभवों को साझा करने के लिए करता है।

Important Points

'भाषा सभी विषयों का केंद्र है'। ​भाषाई व्यापकता इस बात को दर्शाती है कि- 

  • भाषा की शिक्षा केवल एक विशेष विषय में नहीं होती है।
  • सभी विषयों का ज्ञान भाषा के माध्यम से ही बच्चों तक पहुंचता है।
  • भाषा का शिक्षण पाठ्यक्रम के प्रत्येक विषयों के माध्यम से होता है।
  • भाषा से भिन्न कोई विषय पढ़ने के दौरान बच्चे साथ साथ भाषा भी सीखते हैं।
  • भूगोल और विज्ञान की पुस्तक, हिंदी भाषा के पाठयपुस्तक के रूप में भी कार्य करती है।
  • हिंदी में विज्ञान, भूगोल संबंधी जैसे अन्य विषयों के पाठों का संकलन इन विषयों के संदर्भ में हिदी भाषा-प्रयोग को समझने में मदद करता है।
  • प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी विषय के शिक्षण में भाषा का अध्ययन स्वाभाविक रूप से होता है।
  • पाठ्य-पुस्तक में दिया गया अभ्यास 'औजारों का नाम खोजकर लिखना' सम्पूर्ण पाठ्यचर्या में भाषा का ही उदाहरण है।

अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि​ कक्षा तीन की हिंदी भाषा की पाठ्य-पुस्तक में दिया गया अभ्यास 'औजारों का नाम खोजकर लिखना' सम्पूर्ण पाठ्यचर्या में भाषा का उदाहरण है।

कौन कथन संगत नहीं है?

  1. पाठयपुस्तक कक्षा शिक्षण का प्रमुख साधन है
  2. पाठयपुस्तक विद्यार्थी और शिक्षक दोनों के लिए आधारभूत है
  3. पाठयपुस्तक शिक्षण का साधन है साध्य नहीं
  4. पाठयपुस्तक शिक्षण का साध्य है, साधन नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : पाठयपुस्तक शिक्षण का साध्य है, साधन नहीं

शिक्षण अधिगम सामग्री Question 15 Detailed Solution

Download Solution PDF

पाठ्यपुस्तक शिक्षण का प्रमुख आधार है। एक पाठ्यपुस्तक शिक्षण प्रक्रिया में प्रभावी शिक्षण की सुविधा के लिए उपयोग किया जाने वाला एक आवश्यक उपकरण है।

Key Points

शिक्षण प्रक्रिया में इसके महत्व को निम्नलिखित विशेषताओं से समझा जा सकता है:

  • पाठों का उद्देश्यपूर्ण चयन तथा उपयुक्त भाषा और शब्दावली का प्रयोग
  • अध्यापक पाठ्यवस्तु की सहायता से ही अपनी शिक्षण प्रक्रिया का नियोजन करता है और उसी के आधार पर शिक्षण का कियान्वयन करता है
  • विद्यार्थी और शिक्षक के लिए आधारभूत
  • पाठ्यपुस्तक को एक साधन की तरह उपयोग में लिया जाता है जिससे शिक्षण अधिगम आसान हो सके
  • विषय वस्तु का प्रस्तुतीकरण सरल से कठिन की ओर

अतः यह कहा जा सकता है कि ''पाठयपुस्तक शिक्षण का साध्य है, साधन नहीं" सही नहीं है

Get Free Access Now
Hot Links: teen patti comfun card online teen patti master new version teen patti 3a teen patti wealth teen patti master plus